ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, सिद्धि गुरुर चरण राडिर कालिकार आज्ञा। Even though it involves clarity of intention and also https://vashikaran21099.digiblogbox.com/58964519/the-basic-principles-of-free-vashikaran